कैसे पाएँ एक्जाम में सक्सेस
एक्जाम के लिए हेल्थ टिप्स
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NDसालाना एक्जाम नजदीक आ रही हैं और देशभर के स्टूडेंट्स अपनी-अपनी तैयारी में व्यस्त हैं। एक्जाम में अपने परफॉर्मेंस को लेकर उनकी चिंताओं का कोई अंत नहीं है। चिंता, टेंशन, फिक्र और घबराहट सेहत के लिए हानिकारक होती है। इससे डिप्रेशन व थकान जैसे लक्षण शुरू हो जाते हैं। चिंता के नुकसान लोगों को मालूम हैं, लेकिन फिर भी इन्हें अनदेखा किया जाता है। तनाव से छुटकारा पाना जरूरी है, क्योंकि इससे न सिर्फ डिप्रेशन दूर होता है, बल्कि फीजिकली भी राहत मिलती है। वास्तव में बॉडी और माइंड का सही बैलेंस ही किसी छात्र को कठिन समय से बाहर आने में मदद करता है। इसलिए यह तो तय है कि इनमें से किसी एक पर सारा जोर डालकर परीक्षा के चैलेंज से पार नहीं पाया जा सकता। यदि किसी भी गोल को बेस्ट रिजल्ट के साथ हासिल करना है तो तन और मन सही रिदम में होने चाहिए। बॉडी और माइंड का सही बैलेंस होने से गोल अचीव करने में सहायता मिलती है। अपने आपको सही दिशा में फोकस करने में मदद मिलती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि हम अपने प्रयास इस दिशा में आगे बढ़ाएँ ताकि विद्यार्थियों को अपनी एकेडेमिक अपेक्षा के मुताबिक परफॉर्म करने में मदद मिल सके। यह सिर्फ बॉडी और माइंड के तालमेल से ही मुमकिन हो सकता है। चूँकि फरवरी-मार्च में परीक्षाएँ होंगी, इसलिए इस दौरान खास तवज्जो देने की जरूरत है, क्योंकि इन दिनों तापमान में उतार-चढ़ाव होने के चलते इन्फेक्शन होने का अधिक जोखिम रहता है।रिलेशन बिटविन टेंशन एंड मेमोरी
NDस्टडी व मेमोरी के लिए टेंशन जरूरी भी है, लेकिन बहुत ज्यादा चिंता और फेल होने के डर से सोचने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है जिससे ऐन परीक्षाओं के वक्त मेमोरी ब्लॉक हो सकती है। एनर्जी के लेवल में गिरावट व कॉन्सन्ट्रैशन में कमी हो सकती है। टेंशन बढ़ने से रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी रेसिस्टेंट पॉवर कम होने लगती है और शरीर अस्वस्थ होगा तो जाहिर-सी बात है कि दिमाग पर प्रैशर भी बढ़ेगा। कई घंटों तक लगातार बैठे रहकर पढ़ने से कोई फायदा नहीं होता, क्योंकि एक टाइम लिमिट के बाद टेंशन का लेवल बढ़ता जाता है और एकाग्रता का स्तर गिरने लगता है। माइंड में कुछ भी रजिस्टर नहीं होता, इसीलिए इस दौरान न तो कुछ पढ़ा हुआ याद रह पाता है और न ही कोई विचार दिमाग में अपनी जगह बना पाता है। एक्सरसाइज जरूरी है मात्र 10 मिनट की पैदल सैर भी आपको शांत करके ज्यादा एकाग्र बना सकती है। इससे शरीर में ब्लड सर्कूलेशन बेहतर होता है।
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